खुशी और गम। ...!!!

     
खुशी और गम। ...!!!
खुशी न ठहरी ज्यादा समय तो गम की क्या ओकात है...
         तोड़ेंगे गुरुर इश्क का और इस कदर सुधर जायेंगे
खड़ी रहेगी  मोहब्बत रस्ते पर और हम सामने से गुजर जायेंगे 

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